आईने में घूरने वाला है कौन और उस के सामने वाला है कौन हर क़दम करता है जो मेरी नफ़ी मेरे अंदर बोलने वाला है कौन मैं अगर हूँ आसमाँ-दर-आसमाँ ये ज़मीं पर रेंगने वाला है कौन किस के पीछे दौड़ता रहता हूँ मैं आगे आगे भागने वाला है कौन मैं हूँ आतिश-दान से चिपका हुआ बर्फ़-ओ-बाराँ नाचने वाला है कौन ऐन मेरे ध्यान पर करता है वार मुझ को मुझ से छीनने वाला है कौन कौन है 'बेताब' आख़िर गुम-शुदा और उस को ढूँडने वाला है कौन