इंतिज़ार की हद तक इंतिज़ार करना था ए'तिबार की हद तक ए'तिबार करना था हाल-ए-दिल तो कहना था मुख़्तसर मगर क़ासिद इख़्तिसार की हद तक इख़्तिसार करना था ख़्वाब हो कि बेदारी-ए-आह-ओ-नाला-ओ-ज़ारी इख़्तियार की हद तक इख़्तियार करना था उस ने हस्ब-ए-आसाइश की अदू को फ़हमाइश ख़ाकसार की हद तक ख़ाकसार करना था ना'श भी मिरी उस ने क़ब्र में न रहने दी बे-दयार की हद तक बे-दयार करना था यास हो कि सरमस्ती चाक जामा-ए-हस्ती तार तार की हद तक तार तार करना था ऐ 'तमीज़' यारों पर ना-तवाँ सहारों पर इंहिसार की हद तक इंहिसार करना था