इसी ने बोए शुकूक दिल में इसी चम्बेली का नाम दुख है तुम्हारे पहलू से लग के बैठी हुई सहेली का नाम दुख है वही ना जिस की मकीन लड़की ने तेरी बस्ती में इश्क़ बोया मुझे भी दर्शन कराओ उस के कि जिस हवेली का नाम दुख है तुम इन लकीरों में इक ख़ुशी भी तलाश कर लो तो मो'जिज़ा है कि मैं तो बचपन से जानता हूँ मिरी हथेली का नाम दुख है हर एक रिश्ता हर एक जज़्बा वफ़ा मोहब्बत ख़ुलूस सब कुछ मैं और क्या क्या बताऊँ हत्ता कि यार-बेली का नाम दुख है