जब तुम्हारी बात होगी By Ghazal << प्रेम के हम गीत गा कर क्य... कोई बढ़ कर सितम मुझ पर सि... >> जब तुम्हारी बात होगी वो ग़ज़ल की रात होगी गुनगुनाए गीत सावन रिम-झिमी बरसात होगी चाँद छत पर और मैं भी देखिए क्या बात होगी आज ऐसा लग रहा है प्रेम की शुरूआ'त होगी और शायद ख़्वाब में ही सज रही बारात होगी Share on: