झूट को सच तो मिरे यार बना सकता है ये हुनर सुन तुझे सरदार बना सकता है तुझ को भी हक़ है सियासत में चले जाने का तू अगर रेत की दीवार बना सकता है ये नया दौर-ए-तरक़्क़ी है यहाँ सिक्कों से कोई ख़िर्क़ा कोई दस्तार बना सकता है मुख़्तलिफ़ रोग की बस एक दवा दे दे कर ये मसीहा हमें बीमार बना सकता है ज़ो'म सज्दों का जबीं पर न सजाए फिरिए ये तकब्बुर भी गुनहगार बना सकता है होश वालों में ये चर्चा भी बहुत आम हुआ मुझ को पागल भी मिरा यार बना सकता है डाल कर ख़्वाब नए अध-खुली आँखो में यहाँ शो'बदा-बाज़ भी सरकार बना सकता है बोझ हो तेरी अना पर जो सहारा 'दानिश' वो सहारा तुझे लाचार बना सकता है