जितनी अच्छी बातें हैं सारी तेरी बातें हैं जिन में तेरा ज़िक्र नहीं वो भी कोई बातें हैं जो चुटकी में कहते हो सोची समझी बातें हैं तेरा मेरा कोई नहीं तेरी मेरी बातें हैं दीवारों के होंटों पर टूटी फूटी बातें हैं जितना प्यारा चेहरा है उतनी प्यारी बातें हैं नया नया तो दिखता हूँ वही पुरानी बातें हैं इक अनजाने नंबर पर ख़ामोशी ही बातें हैं शे'रों से तुम दूर रहो चिकनी चुपड़ी बातें हैं जिन्हें मुकम्मल जाना था वही अधूरी बातें हैं उन के रंग भी होते हैं ये जो नीली बातें हैं