जो भी था ख़त्म हो गया मुझ में या'नी मैं भी नहीं रहा मुझ में कोई दर बंद कर गया मेरा कोई घुट घुट के मर गया मुझ में क्यों है अब तू ख़मोश क्यों है बता ढूँडने वाले क्या मिला मुझ में मर चुका हूँ मैं एक मुद्दत से अब कोई और जी रहा मुझ में शब कोई मुझ में आ के रोया ख़ूब और फिर थक के सो गया मुझ में