जो कहते हैं किधर दीवानगी है उन्हीं की हम-सफ़र दीवानगी है तवक्कुल बे-नियाज़ी साथ हों तो ग़म-ए-दीवार-ओ-दर दीवानगी है सिसकते ख़्वाब आँखों में बसा कर सितारों पर नज़र दीवानगी है कमाल-ए-आदमी आगाही-ए-कल मआल-ए-दीदा-वर दीवानगी है दुआएँ बाइ'स-ए-तस्कीं हैं लेकिन तमन्ना-ए-असर दीवानगी है हवाएँ तीर की मानिंद हों जब यक़ीन-ए-बाल-ओ-पर दीवानगी है ये शहर-ए-ताजिरान-ए-दाद-ए-दिल है तलाश-ए-चारागर दीवानगी है