जुनूँ की हदों से गुज़रना नहीं है मोहब्बत में जीना है मरना नहीं है हमारे मुक़द्दर में जब तुम नहीं तो किसी के लिए अब सँवरना नहीं है मुझे सिर्फ़ तुम देख सकते हो लेकिन गुनाहों की तह में उतरना नहीं है मुझे तुम खिलौना समझते हो समझो मुझे टूट कर अब बिखरना नहीं है ये तय कर लिया है किसी हाल में भी तमन्नाओं का ख़ून करना नहीं है मैं जिस की हूँ उस की रहूँगी हमेशा किसी और पर मुझ को मरना नहीं है 'अना' मैं तो बहती हुई इक नदी हूँ किसी के लिए भी ठहरना नहीं है