जुनूँ में इंतिहा होने से पहले न सोचा था ख़ुदा होने से पहले बदन पर आज ख़ामोशी लपेटे चला आया सदा होने से पहले बिछड़ते वक़्त कहना था बहुत कुछ मैं क्या कहता जुदा होने से पहले मैं तेरा हूँ ये अब जाना है मैं ने मैं किस का था तिरा होने से पहले वफ़ा का हर चलन सिखला दिया था किसी ने बेवफ़ा होने से पहले निकल आऊँ तिरी सरहद से बाहर मैं ख़ुद से मावरा होने से पहले