काश हम से भी वो रंजिश करते हम मना लेने की कोशिश करते आप सुन लेते गर हमदर्दी से हम भी थोड़ी सी गुज़ारिश करते तेरा अंदाज़ था यकता वर्ना लोग किस किस की परस्तिश करते ज़िंदगी तेरी अता थी वर्ना हम कहाँ जीने की ख़्वाहिश करते हम भी शीरीं के रहे हैं तालिब हम भी फ़रहाद सी काविश करते काश वो भी कभी सुन कर 'अनवर' मेरे शे'रों की सताइश करते