ख़िरद से होश से बेगाना कर दिया है मुझे तिरे जमाल ने दीवाना कर दिया है मुझे मिरा नसीब मिरी जुस्तुजू करम उस का तलब से पहले अता दाना कर दिया है मुझे मैं फ़ितरतन बहुत आज़ाद था मगर उस ने असीर-ए-बाम-ओ-दर-ए-ख़ाना कर दिया है मुझे हमेशा ख़ुद रहा क़ाएम हक़ीक़तें बन कर मैं बंद ठहरा सो अफ़्साना कर दिया है मुझे 'शरर' बना दिया शबनम में परवरिश कर के जो उस ने चाहा तो क्या क्या न कर है मुझे