ख़ुद अपनी राह की दीवार कर दिया गया हूँ ये किस अज़ाब से दो-चार कर दिया गया हूँ वो चश्म थी उसे बीनाई ले गई अपनी मैं आइना था सो ज़ंगार कर दिया गया हूँ मैं एक राज़ था मख़्फ़ी था ख़ाक में अपने अभी अभी ही मैं इज़हार कर दिया गया हूँ वो दिन भी दूर नहीं दोस्त ये कहेंगे मियाँ कि मैं तो और भी दुश्वार कर दिया गया हूँ तमाम आँखें मुझे देखने को आती हैं अजब तरह से नुमूदार कर दिया गया हूँ तो क्या दिखाना है सब को ही रास्ता हक़ का तो क्या मैं क़ाफ़िला-सालार कर दिया गया हूँ मिरे मज़ार की ये ख़ाक छान ले दुनिया कि तेरे हाथ में मैं मार कर दिया गया हूँ ये इश्क़ है या कोई रम्ज़ है नहीं मा'लूम बदन से रूह से सरशार कर दिया गया हूँ बहुत ग़ुरूर था मुझ को वजूद पर 'जावेद' इसी लिए तो निगूँ-सार कर दिया गया हूँ