ख़ुद को दुनिया में झोंकना है मुझे और फिर ख़ुद में लौटना है मुझे मैं ने इस ज़िद में खो दिया सब कुछ खो गया था जो ढूँढना है मुझे तुम ने सोचा न मेरे बारे में अपने बारे में सोचना है मुझे लोग बातें बनाने लगते हैं आब आँखों में रोकना है मुझे इस से पहले कि प्यास मर जाए इक समुंदर तो सोखना है मुझे