ख़ुद को हर पल से बा-ख़बर रखिए लम्हा लम्हा सँभाल कर रखिए किस को फ़ुर्सत है बात को परखे अपने लहजे को पुर-असर रखिए ये सितारे बहुत हैं कज-रफ़्तार इन की रफ़्तार पर नज़र रखिए इंतिक़ाल और तबादला बर-हक़ घर का सामान मुख़्तसर रखिए है बहुत सख़्त कल का रेगिस्ताँ छागलें आज ही से भर रखिए शाइ'राना रविश ये है 'काज़िम' बे-ख़बर बन के सब ख़बर रखिए