कोई है बाम पर देखा तो जाए उजाले का सफ़र देखा तो जाए चराग़-ए-चशम-ए-तर देखा तो जाए मोहब्बत का असर देखा तो जाए जो बाल-ओ-पर पे नाज़ाँ हो रहे हैं उन्हें बे-बाल-ओ-पर देखा तो जाए ये नक़्शा मुस्तरद तो हो चुका है मगर बार-ए-दिगर देखा तो जाए ग़मों की धूप में लब पर तबस्सुम ये जीने का हुनर देखा तो जाए हवा-ए-तुंद बर्ग-ए-बे-शजर को उड़ाती है किधर देखा तो जाए हमारी हौसला-मंदी को 'तारिक़' मियान-ए-ख़ैर-ओ-शर देखा तो जाए