कोई रस्ता बताने वाला नहीं तुम नहीं कोई आने वाला नहीं वो जो तुझ से ज़रा भी बैर रखे मैं उसे मुँह लगाने वाला नहीं रूठना है तो ये समझ लेना मैं तो तुझ को मनाने वाला नहीं जिस को तेरी नज़र ने थाम लिया इस को कोई गिराने वाला नहीं मैं तो टूटे हुओं को जोड़ता हूँ नूर में दिल दिखाने वाला नहीं