कुछ तौर नहीं बचने का ज़िन्हार हमारा जी ले ही के जावेगा ये आज़ार हमारा कूचे से तिरे कूच है ऐ यार हमारा जी ले ही चली हसरत-ए-दीदार हमारा तू हम को उठा लीजियो उस वक़्त इलाही जिस वक़्त उठे पहलू से दिलदार हमारा यारा है कहाँ इतना कि इस यार को यारो मैं ये कहूँ ऐ यार है तू यार हमारा हम पादशह-ए-मुम्लिकत-ए-इश्क़ हैं नाहक़ मंसूर सा मारा गया सरदार हमारा कह दीजियो मकहूली को ऐ गर्दिश-ए-तालेअ' हाँ जल्दी से ला तख़्त-ए-हवा-दार हमारा अबरू की तिरी बैत की किया बात व-लेकिन है आह का मिस्रा भी धुआँ-दार हमारा 'एहसाँ' तू ग़ज़ल फ़ारसी ही अपनी कहा कर दिल रेख़्ता तेरे से है बेज़ार हमारा