मेरा बेटा तो है ग़ुरूर मिरा शान मेरा है वो शुऊ'र मिरा चाँद तारे भी तुझ से शरमाएँ जगमगाता सा कोह-ए-नूर मिरा एक मुद्दत के बाद चमका है सादी आँखों में जैसे नूर मिरा कोई लम्हा न उस से ख़ाली है पास मेरे है कोई दूर मिरा छुप के एहसास में वो रहता है वो फ़रिश्ता कोई ज़रूर मिरा