मेरा जुनूँ शर्मसार देखिए कब तक रहे फ़स्ल-ए-ख़िज़ाँ पर बहार देखिए कब तक रहे देखिए कब तक बहे दीदा-ओ-दिल से लहू सेहन-ए-चमन लाला-ज़ार देखिए कब तक रहे देखिए कब तक रहे कज-कुलह-ए-शहरयार ये रविश-ए-ताजदार देखिए कब तक रहे आज भी है कोहकन बंदा-ए-बे-दाम-ए-ज़र इश्क़ ग़रीब-उद-दयार देखिए कब तक रहे और फ़रोज़ाँ हुआ शो'ला-ए-क़िंदील-ए-शब गुल का मगर ए'तिबार देखिए कब तक रहे दस्त-ए-सबा कट न जाए लौह-ओ-क़लम छिन न जाएँ अज़्मत-ए-फ़न बा-वक़ार देखिए कब तक रहे ख़ामुशी-ओ-मस्लहत बे-दिली-ओ-बे-हिसी अहल-ए-सुख़न का शिआ'र देखिए कब तक रहे