मिरा क्या मैं तो रुस्वा हो गया ना तुम्हारा ख़्वाब पूरा हो गया ना मैं कहता था कि मैं पीता नहीं हूँ सर-ए-महफ़िल तमाशा हो गया ना ग़रीबी में मोहब्बत कर ली मैं ने नया ग़म और पैदा हो गया ना चलो कुछ प्यार की बातें करें अब तुम्हारा ग़ुस्सा ठंडा हो गया ना ये दुनिया छूटती है छूट जाए अरे वो तो हमारा हो गया ना