मोहतसिब से सलाह कीजिएगा मय को चंदे मुबाह कीजिएगा नामा-बर मिल रहा है ग़ैर के साथ ख़त में कुछ इस्तिलाह कीजिएगा दुख़्तर-ए-रज़ को दी तलाक़ पर अब मुग़्बचों से निकाह कीजिएगा सुब्ह का काम शाम पर तो रखा शाम बोला सबाह कीजिएगा गर यही डोल है तो कब 'क़ाएम' साज़-ओ-बर्ग-ए-फ़लाह कीजिएगा