मुझ ख़ानुमाँ-ख़राब से आगे की चीज़ है By Ghazal << मुझ को मुझ से ही जुदा करत... कोई समझता है सारे कहाँ सम... >> मुझ ख़ानुमाँ-ख़राब से आगे की चीज़ है दुनिया किसी अज़ाब से आगे की चीज़ है उस के लिए सवाल उठाए हुए हैं लोग वो तो हर इक जवाब से आगे की चीज़ है उस को पढ़ूँ कि देखूँ बताओ मुझे कि वो काग़ज़ क़लम किताब से आगे की चीज़ है Share on: