न किसी भी ग़म के बदले न किसी ख़ुशी के बदले तुझे ज़िंदगी मिली है मिरी ज़िंदगी के बदले मिरी जुरअतों की कोई नहीं क़द्र करने वाला तुझे मिल रहे हैं तम्ग़े तिरी बुज़दिली के बदले तुझे आज तक भी शायद ये ख़बर नहीं कि मैं ने है चुकाई कितनी क़ीमत तिरी दोस्ती के बदले मिरी आरज़ू का हासिल तिरे लब की मुस्कुराहट हैं क़ुबूल मुझ को सब ग़म तिरी इक ख़ुशी के बदले मुझे फ़िक्र है जज़ा की न ही ख़ौफ़ है सज़ा का रहे मुझ से बस तू राज़ी मिरी बंदगी के बदले वो लगा रहे हैं मुझ पर जो तरह तरह की तोहमत लिए जा रहे हैं मुझ से किसी दुश्मनी के बदले तिरा फ़र्ज़ है ये 'काशिफ़' तू वक़ार इस का रखे तुझे लोग जानते हैं तिरी शाइ'री के बदले