नींद में कही ग़ज़ल ख़्वाब हो गई ग़ज़ल इल्तिजा दिल-ए-सुकूत हुक्म-ए-आगही ग़ज़ल इक तरफ़ तिरा ग़ज़ाल इक तरफ़ मिरी ग़ज़ल ज़र्द साए इर्द-गिर्द सब्ज़ रौशनी ग़ज़ल ऐ मिरे पुराने दोस्त क्या कहा नई ग़ज़ल होंट काटता ग़ज़ाल बाल नोचती ग़ज़ल फ़ुर्सत-ए-हयात की कारकर्दगी ग़ज़ल तेरा हुस्न मुस्तक़िल एक्स वाए ज़ी ग़ज़ल ऐ जुनूँ के रब बता कितने दश्त-फ़ी-ग़ज़ल