सर में सौदा कोई बाक़ी न जुनूँ है यूँ है अब तो आराम है राहत हैं सुकूँ है यूँ है उस से मिलने के बहाने तो बहुत हैं लेकिन उस से मिलना मिरे पिंदार का ख़ूँ है यूँ है नासेहा तुझ को ख़बर सब है मोहब्बत क्या है वर्ना यूँही नहीं समझा था कि यूँ है यूँ है हम हैं मुहताज हर इक काम के करने में यहाँ रब का हर काम फ़क़त कुन-फ़यकूँ है यूँ है कितनी रग़बत थी तिरी याद से पहले मुझ को और तिरी याद भी अब कार-ज़बूँ है यूँ है फिर वही कल की तरह देर से घर आओगे फिर वही उज़्र बताओगे कि यूँ है यूँ है पहले कुछ बात भी हो जाती थी उस से 'क़ादिर' और अब उस से मिरी हाँ है न हूँ है यूँ है