सारी बातों का गला घोट दिया है मैं ने तेरी यादों का गला घोट दिया है मैं ने रात होते ही सताती थीं तुम्हारी यादें सो यूँ रातों का गला घोट दिया है मैं ने आप के बा'द किसी और पे न टिक जाए अपनी आँखों का गला घोट दिया है मैं ने जिन से माँ-बाप की इज़्ज़त पे ही आँच आ जाए ऐसे ख़्वाबों का गला घोट दिया है मैं ने जिन से हो जाएँ मिरे मुल्क में दंगे 'शाहीन' ऐसे शे'रों का गला घोट दिया है मैं ने