तिरी आँखों से जब तक देखता हूँ यक़ीं मानो मैं रब तक देखता हूँ तिरी आवाज़ को तज्सीम कर के तू क्या जाने मैं कब तक देखता हूँ जो छोड़ आया था मैं तेरी गली में उन्ही आँखों से अब तक देखता हूँ मिरा वा'दा रहा ऐ जाने वाले तुम्हें देखूँगा जब तक देखता हूँ तुम आँखों की तिजारत कर रहे हो तिरे नाम-ओ-नसब तक देखता हूँ तिरे पहलू में ख़्वाबीदा शरारे मिरे पत्थर में अब तक देखता हूँ छुपा कर प्यार का तूफ़ान दिल में सँभल जाने का ढब तक देखता हूँ