उन के सितम भी कह नहीं सकते किसी से हम By Ghazal << कौन कहता है नसीम-ए-सहरी आ... हब्स के दिनों में भी घर स... >> उन के सितम भी कह नहीं सकते किसी से हम घुट घुट के मर रहे हैं अजब बेबसी से हम यादश-ब-ख़ैर दिल का ख़याल आ के रह गया इस बे-दिली में जीते हैं किस बे-हिसी से हम जो दिल में था वो मिलता है साथ अपने ख़ाक में तुम दूर और कह न सके कुछ किसी से हम Share on: