उस की बातों में बड़ी फ़िक्र है गहराई है लोग उसे कहते हैं दीवाना है सौदाई है आज क्या बात हुई आज मिरे दिल के क़रीब आप के दिल के धड़कने की सदा आई है देखने वाला समझ जाता है इस का मफ़्हूम ख़ामुशी में भी बड़ी क़ुव्वत-ए-गोयाई है आप की बात पे मैं आज यक़ीं क्यों न करूँ आप ने मेरी मोहब्बत की क़सम खाई है आप को एक नज़र आज ही देखा है 'कलीम' ऐसा लगता है कि बरसों की शनासाई है