वस्फ़ सूरज है रौशनी क्या है तू अगर है तो ज़िंदगी क्या है ख़ुद से तेरी ही गुफ़्तुगू है मियाँ ज़िक्र तेरा है शाइ'री क्या है कौन जाने कि ये मिरी दुनिया मेरे बारे में सोचती क्या है तेरा आना है और जाना है गुफ़्तुगू क्या है ख़ामुशी क्या है ख़्वाब में भी उसे न छू पाए हम से पूछो कि बेबसी क्या है उस के लहजे से सर निकलते हैं साज़ क्या है ये बाँसुरी क्या है