वो होंगे और उन की याद होगी मिरी दुनिया मगर बर्बाद होगी जली हर्फ़ों में जो छापी गई है ख़बर वो सारी बे-बुनियाद होगी नज़र आ जाएगा फिर आसमाँ भी मिरे होंटों पे जब फ़रियाद होगी बिछड़ कर मिलते हैं इक रोज़ प्रेमी कहानी ये भी तुम को याद होगी जनाब-ए-'जोश' की क़ुर्बानियों की दिल-ए-अहल-ए-वतन में याद होगी