यक़ीन-ए-मोहकम का है सहारा यही अमल कारगर है प्यारे इलाज-ए-दर्ज-ए-निहाँ यही है इसी दवा में असर है प्यारे तिरी निगाहों में हैं समाए जमाल-ए-हस्ती जलाल-ए-मा'नी न देख तू और की नज़र से तिरी नज़र मो'तबर है प्यारे नहीं तिरी राह राह-ए-मुश्किल है रहबर-ए-राह ख़ुद तिरा दिल तिरे क़दम में है तेरी मंज़िल तवील बे-शक सफ़र है प्यारे न है हसीनों में कज-अदाई न ज़िंदगी में कोई बुराई है नेकियों ही का घर ख़ुदाई अगर तू ख़ुद ख़ुद-निगर है प्यारे तिरे ही दिल में है जल्वा-फ़रमा बुतों की सूरत ख़ुदा का जादू यही है दैर और यही है का'बा यही मोहब्बत का घर है प्यारे कहाँ छुपेगा वो माह-पैकर तू हो न मायूस-ए-दीद दम-भर हों लाख पर्दे रुख़-ए-हसीं पर तिरी नज़र भी नज़र है प्यारे हैं तेरे अशआ'र 'अर्श' ऐसे रुमूज़ हों ज़िंदगी के जैसे तुझे न दें लोग दाद कैसे बड़ा ही तू नुक्ता-वर है प्यारे