ये दिल है अब तुम्हारा बोलते हैं ज़रा सुन लो दोबारा बोलते हैं वहाँ पर लोग प्यासे मर रहे हैं चलो पानी का ना'रा बोलते हैं अमानत तुम किसी की हो मगर सब तुम्हें अब तक हमारा बोलते हैं जो जुगनू हम ने टाँका था फ़लक पर उसी को लोग तारा बोलते हैं कि हम तुम हैं मोहब्बत में जहाँ पर हमें सब वीर-ज़ारा बोलते हैं उन्हें कोई समुंदर क्या डुबोए भँवर को जो किनारा बोलते हैं