एक नाशिर (प्रकाशक) ने किताबों के नए गाहक से शौकत थानवी का तआ’रुफ़ कराते हुए कहा, “आप जिस शख़्स का नॉवेल ख़रीद रहे हैं वो यही ज़ात शरीफ़ हैं लेकिन ये चेहरे से जितने बेवक़ूफ़ मा’लूम होते हैं उतने हैं नहीं।” शौकत थानवी ने फ़ौरन कहा: “जनाब मुझमें और मेरे नाशिर में यही बड़ा फ़र्क़ है। ये जितने बेवक़ूफ़ हैं चेहरे से मा’लूम नहीं होते।”