मशहूर मज़ाह निगार(व्यंगकार) मेजर ज़मीर जाफ़री और उनके चंद साथी फ़ौजी अफ़्सर अपना तिब्बी मुआ’इना(मेडिकल टेस्ट) करवाने के लिए एक मिलिट्री हॉस्पिटल में शरीक हुए तो उन्हें अचम्भा हुआ कि एक हफ़्ता गुज़रने के बावजूद उनके वार्ड में किसी नर्स का गुज़र नहीं हुआ। इत्तिफ़ाक़ से जब एक मेट्रन वहां से गुज़री तो ज़मीर जाफ़री ने पूछा कि “बड़ी-बी क्या बात है, हम लोग एक हफ़्ता से इस वार्ड में हैं लेकिन तुमने आज तक किसी नर्स को इस वार्ड में नहीं भेजा।” ये सुनकर मेट्रन ने कहा, “मैं ख़ूब जानती हूँ इस वार्ड में जितने भी लोग हैं वो सब के सब तंदुरुस्त और तवाना हैं।”