जगन्नाथ आज़ाद पहली दफ़ा पाकिस्तान पहुंचे। मुदीर ‘नुक़ूश’ मुहम्मद तुफ़ैल ने उनके ए’ज़ाज़ में दावत दी जिसमें एहतरामन सिर्फ़ सब्जियां ही रखी गयीं। खाना ख़त्म होने के बाद जगन्नाथ आज़ाद ने तुफ़ैल साहिब को मुख़ातिब करके कहा: “अगर आपको सब्ज़ियाँ ही खिलानी थीं तो फिर आपको पाकिस्तान बनाने की क्या ज़रूरत थी?”