ग़ालिब ने यह कह कर Admin ग़ालिब शायरी इन हिंदी, Love << ना जी भर के देखा काश कि वो लौट के आयें मुझ... >> ग़ालिब ने यह कह कर, तोड़ दी मालागिन कर क्यों नाम लूँ उसका, जो बेहिसाब देता है। Share on: