सुर्ख आँखों से जब वो देखते हैं Admin आँखों की शायरी, Love << मेरी निगाह-ए-शौक़ भी कुछ ... एक ख़्वाब ने आँखें खोली ह... >> सुर्ख आँखों से जब वो देखते हैं,हम घबराकर आँखें झुका लेते हैं,क्यों मिलायें उन आँखों से आँखें,सुना है वो आँखों से ही अपना बना लेते हैं। Share on: