नकाब तो उनका सिर से लेकर पाँव तक था Admin आँखें शेर शायरी, Love << फ़क़ीर मिज़ाज़ हूँ मैं जिसका वजूद नहीं >> नकाब तो उनका सिर से लेकर पाँव तक था,मगर आँखें बता रही थी कि मोहब्बत की शौकीन वो भी थी।This is a great नकाब पर शायरी. True lovers of shayari will love this नकाब और शायरी. Share on: