अलिफ़ जो आलू खाएगा वो मोटा हो जाएगा बे बारिश जब आती है कोयल शोर मचाती है पे पाली मैं ने बिल्ली चल दी छोड़ के वो दिल्ली ते तितली है ज़िंदा फूल जो न माने ना-माक़ूल टे टट्टू पर चढ़ भय्या डर मत आगे बढ़ भय्या से साबित है ये लट्टू चुन्नू जा ले आ पट्टू जीम मैं जूते खाऊँगा रो कर चुप हो जाऊँगा चे चुन्नू है इक लड़का नन्हा मुन्ना छोटा सा हे वो हा तू आया है हींग और पट्टू लाया है ख़े ख़च्चर मैं लाऊँगा अपने घर में नचाऊँगा दाल न दाल पका अम्मी बर्फ़ी मुझे खिला अम्मी डाल डरूँ मैं भालू से मैं नहीं डरता ख़ालू से रे रोना मुझे आता है जब मिरा भय्या गाता है सीन सरौता ला अम्मी मुझ को पान खिला अम्मी बस भाई आगे मत जा इत्ती बस नज़्म न होगा