अम्माँ मुझ को बस्ता दे दे दुनिया मुझ को रस्ता दे दे जाना है स्कूल मुझे तो जाना है स्कूल जान सकूँ कि अच्छा क्या है खरा है क्यूँ कर खोटा क्या है हक़ और फ़र्ज़ में फ़र्क़ है कितना सच और झूट का झगड़ा क्या है अम्माँ मुझ को बस्ता दे दे दुनिया मुझ को रस्ता दे दे जाना है स्कूल मुझे तो जाना है स्कूल आग हवा पानी और मिट्टी तारे क्यूँ हैं क्या ये ज़मीं है हम हैं क्यूँ ये दुनिया क्या है हर्फ़ ही सब राज़ों का अमीं है अम्माँ मुझ को बस्ता दे दे दुनिया मुझ को रस्ता दे दे जाना है स्कूल मुझे तो जाना है स्कूल