असासा By Nazm << गर्ल्स कॉलेज की लारी नज़्म क्या है >> तेरे मेरे दुख-सुख में रुत का जादू बाक़ी है छोड़ के पुख़्ता रंगों को और नहीं कुछ ख़ाम रात अधूरे जाड़े की सावन की इक शाम Share on: