आ जा नन्ही चिड़िया आ जा आ कर मुझ को गीत सुना जा दरवाज़े के मोड़ से मुड़ कर अब्बा जी की मेज़ से उड़ कर अम्मी के कमरे में आ जा ले ये मीठा बिस्कुट खा जा आँगन में तू फुदक रही है दीवारों पर उचक रही है आ जा मेरी गोद में आ जा तुझ को सुनाऊँगा मैं बाजा तू बन जा मेरी हम-जोली मिल कर खेलें आँख-मिचोली कब से मैं बैठा हूँ अकेला कोई भी मेरे साथ न खेला भाई बहन स्कूल गए हैं अब्बू अम्मी घर में नहीं हैं मैं ख़ाली घर में घबराता कोई न मेरा जी बहलाता आ जा मुझ से डरती क्यूँ है डरती और झिझकती क्यूँ है