चोर दरवाज़ा By Nazm << कतबा(3) मुझे कुछ याद आता है >> मेरे सोने कमरे में तो कोई नहीं था मैं ने इस कमरे को ख़ाली कर के सब दरवाज़े बंद रखे थे गोशा गोशा देख चुका था कोई नहीं था मैं था मेरी तन्हाई थी लेकिन मुझ को ये तो बताओ तुम आख़िर किस दरवाज़े से इस कमरे में दर आई हो Share on: