चुन्नी मुन्नी By Nazm << गाँधी जी के मंतर तीन छुट्टी आई छुट्टी आई >> चुन्नी ने एक गीत सुनाया मुन्नी ने भी राग अलापा पाधा नी रे सारेगामा सारेगामा नी रे पाधा चुन्नी ने इक ठुमका लगाया मुन्नी ने भी भाव बताया उल्टा सीधा अल्लम-ग़ल्लम छम-छम छम-छम छम-छम Share on: