दिल दरोग़-गो रावी फ़ासले बला के हैं पैरहन के पैराए जिस्म की परस्तिश में जुस्तुजू मोहब्बत की ख़ुद फ़रेब ख़्वाहिश में दिल दरोग़-गो रावी फ़ासले बला के हैं पैकर-ए-वफ़ा किस ने जिस्म से तराशा है ज़ुल्फ़-ओ-आरिज़-ओ-लब में पैरा का तमाशा है दाग़-ए-दिल का सरमाया किस ने किस को अपनाया