दरवाज़े क्या होते हैं क्या दरवाज़े बाहर जाने के लिए हैं या सिर्फ़ अंदर आने के लिए दरवाज़ों का दुरुस्त मसरफ़ समझने से फ़लसफ़ी क़ासिर रहे हम तमाम उम्र इन की हक़ीक़त से ना-आश्ना रहे हमें मा'लूम न हो सका और दरवाज़े हमारे अंदर से ख़ारिज हो गए या शायद अपने ही अंदर दाख़िल हो गए दाख़िल और ख़ारिज होने की बहस जारी थी कि दरवाज़ों को दवाम बख़्शा जा सके लेकिन दरवाज़ों की ख़ुद-कुशी से मुदावमत की मौत वाक़े' हो गई