दोस्ती By Nazm << दुआ-गोई डर >> औंधे पड़े आकाश ने सीधे मुँह लेटे आदमी से कहा कितने अकेले हो तुम एक फुसफुसाहट हुई तुम भी तो फिर दोनों हँसने लगे Share on: