एक दरवाज़े पर By Nazm << मैं रात हव्वा तो क्या >> मेरे घर के दरवाज़े पर.... दस्तक देने वाले ने पूछा!! इन्दर कौन है मैं हूँ मैं हूँ मैं हूँ चंद सदाएँ आईं ये सब झूटे हैं मैं तो शहर से बाहर गया हुआ हूँ मेरे पीछे! घर के नौकर ''मैं'' बन बैठे हैं Share on: